Sarfira Movies Review

 हाल ही में रिलीज हुई फिल्म "सरफिरा" कुछ मायनों में दिल जीतती है तो कुछ पहलुओं में सवाल खड़े करती है. चलिए विस्तार से जानते हैं कैसी है अक्षय कुमार की ये फिल्म

सरफिरा एक महत्वाकांक्षी आदमी वीर (अक्षय कुमार) की कहानी है, जो अपना खुद का कम लागत वाली एयरलाइंस कंपनी खोलने का सपना देखता है. सरकारी तंत्र के फेर में फंसे और भ्रष्टाचार से जूझते हुए वीर अपने हवाई सफर का सपना पूरा करने की जद्दोजहद करता है.

अक्षय कुमार हमेशा की तरह अपने जोश और दमदार अभिनय से प्रभावित करते हैं. फिल्म में उनका संघर्ष और जुनून साफ झलकता है. बाकी कलाकार सहायक भूमिका में हैं और ठीक-ठाक अभिनय करते हैं.
फिल्म कहीं-कहीं थोड़ी लंबी खींच जाती है. कहानी में कुछ नयापन ना होने की वजह से भी फिल्म की रफ्तार थोड़ी धीमी हो जाती है.

"सरफिरा" एक प्रेरणादायक कहानी है जो आपको हौसला देती है. मगर, ये फिल्म मूल रूप से दक्षिण भारतीय फिल्म "सोरारई पोटरु" की हिंदी रीमेक है. जिसे हिंदी में पहले ही "उड़ान" के नाम से डब करके रिलीज किया जा चुका है. ऐसे में "सरफिरा" की कहानी में कोई खास नवीनता नहीं है.

अगर आपने "सोरारई पोटरु" या "उड़ान" नहीं देखी है तो "सरफिरा" आपके लिए एक अच्छी प्रेरणादायक फिल्म हो सकती है. अक्षय कुमार के अभिनय को पसंद करने वाले भी इस फिल्म को देख सकते हैं. लेकिन अगर आप पहले से ही मूल कहानी से वाकिफ हैं तो "सरफिरा" आपको कुछ खास नया नहीं दे पाएगी.